गत तीन दिसंबर को स्कूल जा रही छात्रा जूली के दोनों पैरों में चार गोली मारने की घटना को अंजाम देने वाला दीपू भले ही जेल चला गया, मगर घटना के बाद वहां पहुंचे लोग छात्रा को अस्पताल ले जाने के बजाए वीडियो बनाने में व्यस्त रहे। कुछ लोग तो ऐसे भी थे जो बेहोश हो रही छात्रा पर सवालों की बौछार कर रहे थे।
तमाशबीन बने रहे
थाना कुतुबशेर क्षेत्र के गांव नंगलाखारी निवासी कमल सिंह की बेटी जूली (16) पर गांव के ही दीपू ने स्कूल जाते समय दोनों पैरों में चार गोली मार दी थी। घटना को अंजाम देकर दीपू तो फरार हो गया लेकिन मौके पर जमा हुई भीड़ तमाशबीन की भूमिका में आ गई। एंबुलेंस या पुलिस को सूचित करने के बजाए सभी अपने-अपने मोबाइल से खून से लथपथ छात्रा का वीडियो बनाने में जुट गए। इनमें से ही कुछ युवकों ने छात्रा से सवाल-जवाब शुरू कर दिए। पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है, तुम्हें गोली किसने मारी…? हालांकि इसी भीड़ से इक्का-दुक्का लोगों की आवाज जरूर आ रही है कि कोई एंबुलेंस को फोन कर दो, मगर उनकी सुनी किसी ने नहीं। कुछ देर बाद यूपी-100 की टीम पहुंची और छात्रा को उसी गाड़ी में डालकर जिला अस्पताल ले गई। फिलहाल छात्रा का मेरठ में उपचार चल रहा है।