नई दिल्ली । स्वच्छ भारत मिशन के दो साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोसैन कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि गंदगी किसी को पसंद नहीं है। गंदगी देखते ही मन अस्वस्थ हो जाना चाहिए। पीएम ने कहा कि सिर्फ बजट बढ़ाकर स्वच्छ भारत अभियान को नहीं बढ़ाया जा सकता। यह स्वभाव में शामिल होना चाहिए।
विज्ञान भवन में सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि स्वच्छता लोगों के स्वभाव में शामिल होना चाहिए। केवल बजट बढ़ाकर स्वच्छ भारत अभियान को नहीं बढ़ाया जा सकता है। यह स्वच्छता मिशन सिर्फ पीएम का मिशन नहीं है बल्कि यह स्वभाव में शामिल होना चाहिए। पीएम ने कहा कि जिस दिन हम यह समझ लेंगे कि देश भी हमारा है, सरकार भी हमारी है और सरकारी सम्पत्ति भी हमारी है, उस दिन चीजें बदल जाएंगी । हम अपने घरों में तो सफाई रखते हैं लेकिन सार्वजनिक जगहों पर गंदगी फैलाने में पीछे नहीं रहते।
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने मीडिया की तारीफ की। उन्होंने कही कि इस मिशन को मीडिया के दोस्तों ने मुझसे से भी ज्यादा प्रमोट किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर सोशल मीडिया पर मीडिया की भूमिका सकारात्मक है। बच्चे भी स्वच्छता को लेकर बड़ों को जागरुक करते हैं।
इससे पहले एक दिवसीय सम्मेलन इंडोसैन केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर एसबीएम (स्वच्छ भारत मिशन) के क्रियान्वयन की समीक्षा करना है। सम्मेलन में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकैया नायडू भी शामिल हैं। सम्मेलन में मुख्यमंत्रियों और राज्यों में स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी मंत्रियों और प्रमुख सचिवों के अलावा जिलाधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है।