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22 से शुरू होगा विधानसभा का मानसून सत्र, इन मुद्दों पर हो सकती है हंगामेदार चर्चा

download (7)लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू हो रहा है। भाजपा, बसपा, कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने सरकार को विभिन्न मुद्दों पर सदन में घेरने की तैयारी की है। विधानसभा का यह सत्र छोटा होगा और इसके 30 अगस्त तक चलने की उम्मीद है। इस दौरान राज्य सरकार अब तक का सबसे बड़ा 25 हजार करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पारित कराना चाहेगी। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगले सम्बंधी और कुछ अन्य बिल भी इस सत्र में पेश किये जायेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विधान मंडल के दोनों सदनों (विधानसभा और विधान परिषद) की कार्यवाही कल पूर्वाह्न 11 बजे प्रारम्भ होगी। सत्र में पहले दिन सदस्यों के निधन के निर्देश दिए जाएंगे। 23 अगस्त को दोपहर 12.20 बजे अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। 24 अगस्त को बजट पर चर्चा और मतदान होगा। 25 अगस्त को जन्माष्टमी की छुट्टी रहेगी। 26 अगस्त को आधा दिन विधायी कार्य होगा। 27 और 28 अगस्त को शनिवार और रविवार होने की वजह से छुट्टी रहेगी। इसके बाद 29 और 30 अगस्त को विधायी काम होंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने की सर्वदलीय बैठक-
मानसून सत्र को सही ढंग से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। बैठक में प्रमुख दलों के नेता शामिल हुए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही में सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपील करते हुये कहा कि सत्र के प्रत्येक क्षण का पूरा उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायी कार्यों के निपटाने में सभी दलों का सहयोग जरूरी है।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनका दल सदन की कार्यवाही में पूरा सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इस सत्र में अनपूरक बजट के साथ-साथ और भी कई विधायी कार्य सम्पादित किये जायेंगे, जिसमें प्रदेश के हित में सभी दलों का सहयोग एवं सुझाव जरूरी है।इस मौके पर बसपा दल के नेता गया चरण दिनकर, भाजपा दल के नेता सुरेश कुमार खन्ना, कांग्रेस के प्रदीप माथुर एवं राष्ट्रीय लोक दल के दलबीर सिंह ने भी अपने-अपने दलों की तरफ से सदन के संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री मो0 आजम खान भी मौजूद थे।

विपक्षियों ने की सरकार घेरने की तैयारी-
विपक्षी दलों ने कल से शुरु हो रहे मानसून सत्र में सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। भाजपा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी तो बसपा सरकार पर किये गये वादों को पूरा न कर पाने का आरोप मढ़ेगी।
विधानमंडल में भाजपा दल के नेता सुरेश खन्ना का कहना है कि बुलंदशहर की घटना ने प्रदेश का सिर शर्म से झुका दिया है। ऐसे में अखिलेश सरकार को सदन में प्रदेश की बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर जवाब देना ही होगा। भाजपा सदन में किसानों की समस्या भी उठायेगी। सुरेश खन्ना का कहना है कि किसानों के लिए राज्य सरकार गंभीर नहीं है।
बसपा विधानसभा में दलितों का मुद्दा उठाएगी। प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर का कहना है कि प्रदेश में चारों ओर दलितों पर हमले हो रहे हैं और सरकार इन पर काबू नहीं कर पा रही है। कांग्रेस और लोकदल के विधायक भी कानून व्यवस्था और किसानों से जुड़े मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।

बदला नजर आयेगा सदन का स्वरुप-
पिछले बजट सत्र के बाद सोमवार को जब विधानसभा का मानसून सत्र शुरु होगा तो सदन का नजारा काफी बदला नजर आयेगा, क्योंकि इस बीच एक दर्जन से ज्यादा सदस्य दल बदल कर चुके हैं। इसमें बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्या, राजेश पति त्रिपाठी, कांग्रेस के डॉ. मुस्लिम जैसे चेहरे प्रमुख हैं। ये विधायक अब सदन में अपनी पार्टी के बजाय विरोधियों के साथ खड़े दिखाई दे सकते हैं।

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