“राम मंदिर की सुरक्षा के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं, जिसमें आकाशीय बिजली से बचाव के लिए 28 कॉपर तार लगाए जाएंगे। इसके साथ ही एविएशन सेफ्टी और व्हीलचेयर रैंप में क्रैक के समाधान की जानकारी भी दी गई।”
अयोध्या। अयोध्या के भव्य राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर विशेष उपाय किए जा रहे हैं। मंदिर के शिखर से 28 कॉपर के तार नीचे तक लगाए जाएंगे, जो आकाशीय बिजली से बचाव के लिए ग्राउंड के माध्यम से जमीन में जाकर सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। इस उपाय को लेकर संबंधित मंत्रालय से भी राय ली गई है।
एविएशन सेफ्टी का ध्यान रखा जाएगा:
राम मंदिर पर एविएशन सेफ्टी भी रखी जाएगी। इस सुरक्षा योजना के तहत यदि मंदिर के ऊपर से कोई विमान उड़ता है, तो उसे सिग्नल दिए जाएंगे। यह सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्माण किया जा रहा है।
व्हीलचेयर रैंप पर क्रैक और समाधान:
राम मंदिर में दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर ले जाने वाले मार्ग पर क्रैक पाया गया है। यहां दो पत्थरों के बीच गैप न रखने के कारण तापमान बढ़ने से पत्थरों में खिंचाव आया, जिससे क्रैक आ गया। अब यह निर्णय लिया गया है कि दोनों पत्थरों के बीच गैप रखा जाएगा और नए पत्थरों से सुधार किया जाएगा।
निर्माण का टाइमलाइन:
राम मंदिर के सभी निर्माण कार्य 2025 तक पूरे होंगे। परकोटा और शूज रैक का निर्माण सितंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल