लखनऊ। मतगणना की निगरानी के लिए 45 सीसीटीवी लगाए जाएंगे। विधानसभा क्षेत्र के कक्ष में पांच सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इसके अलावा प्रत्येक विधान सभा की मतगणना के लिए चार-चार वीडियो कैमरों से भी नजर रखी जाएगी। मंगलवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और प्रत्याशियों के साथ जिला प्रशासन की बैठक में यह जानकारी दी गई।
डीएम जीएस प्रियदर्शी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में हुई इस बैठक में नौ विधानसभा सीटों पर लड़ रहे प्रत्याशी व प्रतिनिधि आए थे। इस दौरान उनको बताया गया कि मतगणना के दिन बिना पास के किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। डीएम ने कहा कि प्रत्याशी या उनके एजेंट मतगणना स्थल पर मोबाइल या लैपटॉप नहीं ले जा सकेंगे। एजेंटों, प्रत्याशियों के वाहनों की पार्किंग की अलग से व्यवस्था की गई है।
बैठक में नक्शे के सहारे प्रत्याशियों को बताया गया कि मतगणना के दिन रमाबाई रैली स्थल पर क्या व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा कर्मचारियों की पहचान पास के रंग के आधार पर होगी। मसलन मतगणना में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नीले रंग, पर्यवेक्षकों को गुलाबी, मतगणना सहायक को हरा, अतिरिक्त मतगणना कर्मचारी को पीले रंग का पास जारी किया गया है।
वहीं, प्रत्याशियों और उनके एजेंटों को सम्बंधित आरओ की ओर से पास जारी किए गए हैं। बैठक को एडीएम प्रशासन अविनाश सिंह, सीटीओ संजय सिंह, एसडीएम व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राजकमल और सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर ने भी सम्बोधित किया।
मतगणना खत्म होने तक बाहर नहीं आएंगे एजेंट
प्रत्याशियों के एजेंट मतगणना शुरू होने के बाद खत्म होने तक बाहर नहीं आ सकेंगे। बैठक में प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को यह बात स्पष्ट कर दी गई है।
विधानसभा के आधार पर प्रवेश के लिए गेट अलग
रमाबाई रैली स्थल पर मतगणना के दिन प्रत्याशियों और उनके एजेंटों के प्रवेश की अलग व्यवस्था की गई है। नौ विधानसभा सीटों की गणना के लिए अलग-अलग द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। मलिहाबाद, बीकेटी, सरोजनीनगर, लखनऊ पश्चिम और लखनऊ उत्तर की विधानसभा गणना स्थल के लिए मुख्य गेट से प्रवेश होगा। वहीं, शेष चार विधान सभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों और उनके एजेंटों के लिए दूसरे गेट से प्रवेश दिया जाएगा।