नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक 90 साल का बुजुर्ग अपनी पत्नी के शव के साथ रह रहा था। पड़ोसियों ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए एक रिश्तेदार को सौंपा गया। जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है और वह अपनी मुर्दा पत्नी को जिंदा समझ कर काफी वक्त से उनके शव के साथ ही रह रहे थे।
पत्नी पिछले कुछ दिनों से उनकी बात का जवाब नहीं दे रही
रविवार को जब 90 साल के गोविंद राम जेठानी ने अपने पड़ोसी को बुलाकर बताया कि उनकी पत्नी पिछले कुछ दिनों से उनकी बात का जवाब नहीं दे रही है, तब यह बात सामने आई कि उनकी पत्नी की मौत काफी वक्त पहले ही हो चुकी है। उनका शव भी बुरी तरह से सड़ चुका था। पुलिस ने शव नरेंद्र नाम के एक रिश्तेदार को सौंप दिया है। पड़ोसियों के हवाले से जानकारी मिली कि जेठानी दंपती किसी से मिलते जुलते नहीं थे। उनके एक रिश्तेदार को छोड़कर कोई उनसे मिलने भी नहीं आता था। उनकी आर्थिक हालत भी बहुत खराब थी और वे बड़ी मुश्किल से सिर्फ एक वक्त का ही खाना जुटा पाते थे। उनका रिश्तेदार नरेंद्र ही पोस्ट ऑफिस में जमा उनके पैसों का ब्याज आकर उनके हवाले कर जाता था, जिसके जरिए किसी तरह उनका गुजारा चलता था।