1984 सिख दंगे में दिल्ली के कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को पांच लोगों की हत्या में सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा, आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ सिख संगठनों ने हमला बोल दिया है। सभी नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अरुण जेटली ने कमलनाथ पर उठाई अंगुली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ये विडंबना है कि यह फैसला उस दिन आया है जहां सिख समाज दूसरे एक नेता को दोषी मानता है, वहीं कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला रही है।
कपिल सिब्बल ने कहा- कमलनाथ पर एफआइआर नहीं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर कहा कि कमलनाथ पर कोई एफआइआर नहीं हुई है। यदि कमलनाथ दोषी हैं तो पीएम मोदी भी दोषी हैं। उनपर भी कमलनाथ जैसे ही आरोप लगे हैं। वो कैसे पीएम बन गए? इसकी जांच होनी चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने फैसले को सराहा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा ‘सिख दंगों के इस मामले में सज्जन कुमार को मिली सजा कोर्ट की ओर से स्वागतयोग्य कदम है। पीड़ितों ने लंबे समय तक इस फैसले का इंतजार किया।’
मनजिंदर सिंह ने कहा जारी रहेगी लड़ाई
भाजपा-अकाली दल (बादल) के संयुक्त विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा- ‘हम कोर्ट का शुक्रिया अदा करते हैं। जब तक जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को फांसी नहीं लग जाती हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी।’
कमलनाथ ने दी सफाई
सिख विरोधी दंगा पीड़ित व रिश्तेदारों ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर कमलनाथ का बचाव किया है। वहीं, कमलनाथ ने भी इस मामले में सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं।
संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर उठाई अंगुली
संबित पात्रा ने सिख विरोधी दंगे पर फैसले आते ही राहुल गांधी को निशाने पर ले लिया। पात्रा ने राहुल गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा। वहीं कमलनाथ पर कहा कि उनका नाम नानावटी आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट के हलफनामे और सबूत से हटा दिया गया था। अब मध्य प्रदेश का सीएम बनाया गया है। राहुल गांधी को उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए।
भगवंत मान ने कमलनाथ को निशाने पर लिया
आप नेता भगवंत मान ने कमलनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया था तब के पंजाब कांग्रेस प्रभारी के रूप में कार्यरत कमलनाथ को वापस बुलाया गया था, तो अब वापस क्यों नहीं बुलाया जा रहा। कांग्रेस जख्म पर नमक छिड़क रही है। लोगों ने उन्हें भीड़ को उसकाते हुए देखा था, तब भी उनके खिलाफ एफआइआर क्यों नहीं दर्ज किया गया ?
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