उत्तर प्रदेश में बर्फीली हवाओं ने जोर पकड़ा है। दस से पंद्रह किलो मीटर की रफ्तार से चली उत्तरी पश्चिमी हवाएं हाड़ कंपा रही है। ठिठुरन बढ़ने लगी है। सुबह देर तक लोग अलाव के पास और रात जल्दी रजाई में दुबकने लगे हैं। मौसम के बदले हालात से पेड़ पौधे भी भ्रमित हो गए हैं। पेड़ों की पुरानी पत्तियां भी सर्द हवाओं के आगे नहीं टिक पर रही है। सड़कों पर गिरे पत्ते शरद में पतझड़ का अहसास करा रहे हैं।

खास बातें
- मुजफ्फरनगर सर्वाधिक ठंडा, तापमान 1.6 डिग्री से.
- पेड़ों की पत्तियां करा रहीं शरद में पतझड़ का अहसास
- गलन से बचने के लिए लोग ले रहे अलाव का सहारा
- वेस्ट यूपी में कुछ स्थानों पर पाला पड़ने की संभावना
- वातावरण में आद्र्रता बढ़ेगी, इससे कोहरा घना होगा
कुछ राहत पहुंचा रही धूप
मुजफ्फरनगर सबसे अधिक ठंडा
दिन-रात के तापमान में यह अंतर शाम ढलते ही साफ महसूस किया जा सकता है। गलन से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं तो कई घर पर ब्लोअर-हीटर से ठंड से बचने का रास्ता तलाश रहे हैं। मुजफ्फरनगर मंगलवार को सबसे अधिक ठंडा रहा जहां तापमान 1.6 डिग्री रिकार्ड हुआ। बरेली 4.2, प्रयागराज 5.5 व कानपुर में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार फिलहाल मौसम ऐसा ही बना रहेगा। प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्का तो कहीं घना कोहरा हो सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर पाला भी पड़ेगा।
कानपुर के आसपास के जिलों में जानलेवा ठंड की चपेट में आकर सात लोगों की जान चली गई। कानपुर में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी। इसके साथ आद्र्रता भी बढ़ेगी, इससे घना कोहरा छाएगा।
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