गुजरात के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हो गए।
हाथ का साथ छोड़ बनाया था जनविकल्प मोर्चा
गौरतलब है कि इससे पहले शंकर सिंह वाघेला ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ दिया था। उन्होंने जनविकल्प नामक नामक मोर्चा बनाकर करीब 125 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। लेकिन सभी की जमानत जब्त हो गई थी। आरएसएस व जनसंघ से अपना सार्वजनिक व राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले वाघेला ने बीते दो दशक तक कांग्रेस में रहकर केंद्रीय मंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता विपक्ष जैसे पद का भी लाभ उठाया, लेकिन मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज वाघेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर अपना जनविकल्प मोर्चा बनाया था।
जानिए, कौन हैं शंकर सिंह वाघेला
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला का जन्म 21 जुलाई, 1940 को हुआ था। 2004 से 2009 तक चौदहवीं लोक सभा में शंकर सिंह बघेला केंद्रीय मंत्री (टेक्सटाइल) थे। गुजरात के कापड़वंज क्षेत्र से निर्वाचित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अहम नेता हैं। बघेला 1996 से 1997 तक गुजरात के सीएम भी रहे।
कांग्रेस नेता बघेला का गुजरात के गांधीनगर के वसन में जन्म हुआ था। 1977 में छठी लोक सभा के लिए चुने गए। 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के गुजरात में उपाध्यक्ष थे। 1980 से 1991 तक भाजपा के जनरल सेक्रेटरी और गुजरात प्रदेश के अध्यक्ष रहे। 1984 से 1989 तक राज्य सभा में रहे। 1989 में लोक सभा के लिए फिर निर्वाचित हुए। 1991 में 10वीं लोक सभा के लिए चुने गए। 1996 से 1997 तक गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे इसी दौरान वह गुजरात के सीएम भी बने। इसके बाद भाजपा से इन्होंने विद्रोह कर दिया। बाद में इन्होंने कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद वह 13वीं और 14वीं लोक सभा के लिए चुने गए और कैबिनेट मंत्री तक बने।