सीतापुर। यूपी के सीतापुर में महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के तीन युवक सऊदी में काम करने गए थे। वहां काम के पैसे न मिलने से उन्हें रोटी के लाले पड़े हैं।
जिले के मितौरा निवासी सलमान (25) पुत्र हसमत, एजाज (24) पुत्र जमील तथा सदरावां निवासी जावेद पुत्र नौशाद एक साथ 25 मई को सऊदी काम करने के लिये गये थे। सऊदी जाने के लिये उनकी मदद पैंतेपुर के माहनगर निवासी एजेंट शुऐब अंसारी पुत्र अमीरूद्दीन ने तीनों से चार लाख 20 हजार रुपये लेकर लखनऊ के एक व्यक्ति को भेज दिया था। सऊदी में उन्हें बाइक राइडर का काम मिलना था।
एग्रीमेंट के मुताबिक तीनों युवकों को 11 घंटे की ड्यूटी में 150 डिलीवरी का काम करना था किन्तु सऊदी अरब पहुंचकर उन्हें 11 घंटे में 450 डिलीवरी करने को कहा गया। इसके अतिरिक्त रहने का खर्चा भी स्वयं उठाने जैसी बात कही गई। टारगेट पूरा न कर पाने पर मालिक द्वारा उन्हें मजदूरी नहीं दी गयी, जिससे उन तीनों के पास खाने तक के भी पैसे नहीं बचे। ऐसे में उन्हें एक सितंबर से भूखे रहना पड़ रहा है। 10 सितम्बर को एजेंट के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए परिजनों ने सीतापुर एसपी को प्रार्थना पत्र दिया था।
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15 सितम्बर को एजेंट शुऐब और परिजनों के बीच एक सुलहनामा हुआ। सुलहनामा के पांच दिन बीत जाने के बाद भी युवकों को किसी तरह की मदद नहीं मिली तो युवकों ने अपना वीडियो रिकार्ड करके सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो देखकर सलमान के पिता हसमत, मां जुलेखा का रो-रो कर बुरा हाल है वहीं दूसरे युवक एजाज की मां जमीला भी काफी परेशान है। परिजन सीतापुर पुलिस और उच्चाधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। मां जुलेखा ने कहा कि सभी युवकों को जल्द अपने वतन वापस लाया जाए। पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर परिजनों से संपर्क किया है।
दूतावास ने जारी किया टोल फ्री नंबर
तीनों युवकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद रियाद में भारतीय दूतावास ने जवाब दिया। दूतावास ने कहा कि मदद के लिये दूतावास के टोल फ्री नम्बर 8002471234 और हेल्पलाइन नम्बर 0114884697 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त जरूरी दस्तावेज दूतावास की आधिकारिक मेल आईडी पर उपलब्ध कराएं ताकि उनकी मदद की जा सके