लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2 अक्टूबर 2024 को गांधी जयंती के अवसर पर “मनरेगा जागरूकता दिवस” का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जी एस प्रियदर्शी ने सभी जिलाधिकारियों और जिला कार्यक्रम समन्वयकों को श्रम बजट निर्धारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को मनरेगा योजना के लाभों और कार्यों के बारे में जागरूक करना।
श्रम बजट निर्माण: श्रम बजट का निर्धारण गांव की आवश्यकताओं के आधार पर छह चरणों में किया जाएगा, जिसमें कार्यों की पहचान से लेकर राज्य स्तर पर प्रस्तुतिकरण शामिल है।
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प्रमुख कार्य क्षेत्र:
प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, कृषि गतिविधियाँ, और व्यक्तिगत लाभार्थियों के लिए आजीविका संवर्धन।
वित्तीय संसाधनों का समेकन: चौदहवें वित्त आयोग और राज्य वित्त के संसाधनों का मनरेगा योजनाओं के साथ समेकन किया जाएगा ताकि गुणवत्तापरक परिसंपत्तियों का निर्माण हो सके।
जिलाधिकारी/जिला कार्यक्रम समन्वयक सुनिश्चित करेंगे कि सभी ग्राम पंचायतों में बॉटम अप अप्रोच का पालन हो और कार्यों का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया जाए।