लखीमपुर खीरी / बहराइच। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और बहराइच में जंगली जानवरों के हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। लखीमपुर खीरी में एक किसान पर बाघ ने हमला किया, जबकि बहराइच में एक तेंदुए ने एक व्यक्ति को मार डाला। इन घटनाओं ने ग्रामीणों के बीच डर और आक्रोश पैदा कर दिया है।
लखीमपुर खीरी में बाघ का हमला
लखीमपुर खीरी के महेशपुर बीट के भदैया गांव में 40 वर्षीय किसान तेजपाल गन्ने की पत्ती लेने खेत में गया था, तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ ने तेजपाल को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। उसे तुरंत गोला सीएचसी भेजा गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यह घटना जिले में तीन दिनों के अंदर दूसरी बार हुई है।
ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने रेंज ऑफिस का घेराव करने की योजना बनाई है। डीएफओ संजय बिस्वाल ने कहा कि बाघ दो से तीन किलोमीटर के दायरे में घूम रहा है और वन विभाग की टीमें उसकी निगरानी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि ड्रोन और थर्मल कैमरा के माध्यम से बाघ पर नजर रखी जा रही है, लेकिन बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही है।
बहराइच में तेंदुए का हमला
बहराइच में भी तेंदुए का आतंक बढ़ गया है। धर्मपुर बेझा गांव में रविवार को तेंदुए ने एक किसान पर हमला कर उसे मार डाला। घटना के समय किसान खेत में काम कर रहा था। मृतक का शव क्षत विक्षत हालत में बरामद हुआ। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घटना की सूचना देने के घंटों बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी।
क्षेत्रीय वन दरोगा अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि वे घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की प्रतिक्रिया में देरी हुई है।