लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दलित मतदाताओं से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने दोनों दलों को दलित विरोधी करार देते हुए अपने समर्थकों को बीएसपी के पक्ष में मतदान करने का आह्वान किया है।
कांग्रेस पर तंज
मायावती ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस दलितों के अधिकारों की लगातार उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि “जब पार्टी में सब कुछ गलत है, तो आगे क्या होगा?” इस संदर्भ में उन्होंने चेतावनी दी कि दलित मतदाता अपनी वोट की ताकत का सही उपयोग करें और इसे कांग्रेस या बीजेपी को देने से बचें।
आरक्षण का मुद्दा
मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता आरक्षण के खिलाफ हैं और समय आने पर इसे समाप्त करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने दलित मतदाताओं से अपील की कि वे एकतरफा तौर पर बीएसपी को वोट दें, क्योंकि यही पार्टी उनके हितों और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्षरत है।
बीएसपी अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर में भी दलित मतदाताओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस, बीजेपी और अन्य गठबंधनों के झूठे वादों में नहीं आना चाहिए और दलित विरोधी इतिहास को ध्यान में रखना चाहिए।
मायावती की यह अपील आगामी चुनावों में दलित समुदाय को संगठित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।