लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चकबंदी लेखपालों को दिवाली से पहले एक बड़ा तोहफा दिया है। 8 साल के लंबे इंतज़ार के बाद, 728 चकबंदी लेखपालों को चकबंदीकर्ता (कानूनगो) के पद पर पदोन्नति दी गई है। यह कदम न केवल अधिकारियों के करियर में नया अध्याय जोड़ेगा, बल्कि प्रदेश के किसानों के भूमि विवादों के समाधान में भी तेजी लाएगा।
पदोन्नति का विवरण
- कुल पदोन्नति: 728 चकबंदी लेखपाल।
- सबसे ज्यादा पदोन्नति:
- बरेली: 60 लेखपाल
- कन्नौज: 41 लेखपाल
- मुरादाबाद: 35 लेखपाल
- गोरखपुर: 32 लेखपाल
किसानों को होगा लाभ
सीएम योगी के इस फैसले से चकबंदी के कार्यों में रफ्तार आएगी, जिससे किसानों को भूमि संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान मिलेगा। इससे न केवल कृषि भूमि सुधार प्रक्रिया को गति मिलेगी, बल्कि राज्य के कृषि क्षेत्र में समृद्धि भी आएगी।
भूमि विवादों का समाधान
इस निर्णय के माध्यम से भूमि पुनर्संयोजन प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू किया जाएगा, जिससे किसानों की उत्पादकता में वृद्धि होगी और कृषि विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी का यह कदम न केवल किसानों के हित में है, बल्कि प्रदेश में राजस्व प्रशासन को भी सुदृढ़ करेगा। यह राज्य के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है।
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