लखनऊ/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बार आयोजन को न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाया जाएगा। महाकुंभ 2025 में 2019 के कुंभ के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए व्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर
महाकुंभ 2025 के तहत विभिन्न सार्वजनिक गतिविधियों में रिकॉर्ड जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए 5 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। इस राशि का उपयोग ग्रीन और स्वच्छ महाकुंभ का संदेश देने, चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने और विभिन्न आयोजन संबंधी गतिविधियों के प्रबंधन में किया जाएगा।
सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा
महाकुंभ 2025 में 10,000 लोगों की भागीदारी से एक नया रिकॉर्ड स्थापित करने की योजना है, जिसमें सामुदायिक हस्ताक्षर पेंटिंग गतिविधि शामिल होगी। 2019 में स्थापित रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
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ग्रीन एनर्जी और स्वच्छता पर ध्यान
महाकुंभ 2025 में एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा की परेड का आयोजन होगा, जिससे ग्रीन एनर्जी और स्वस्थ वातावरण का संदेश दिया जाएगा। इसके अलावा, 15,000 लोग एक साथ सफाई अभियान में शामिल होंगे, जिसमें 300 लोग एक साथ नदी में उतरकर सफाई करेंगे।
महाकुंभ 2025 में 2019 कुंभ के दौरान खर्च किए गए 3.5 करोड़ रुपए से अधिक का बजट रखा गया है। यह आयोजन न केवल धार्मिक स्थलों की भव्यता को बढ़ाएगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव भी सुनिश्चित करेगा।
इस महाकुंभ के आयोजन से न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संजीवनी मिलेगी, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भी एक मिसाल बनेगा। योगी सरकार की यह पहल निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश को विकास और समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगी।