सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी ब्लॉक के मोहनकोला गांव में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार यात्री देवीपाटन मंदिर से वापस आ रहे थे। इस हादसे में 50 से अधिक यात्री घायल हो गए और 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बस में सवार लोग मुंडन कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे, और बस में क्षमता से अधिक यात्रियों के सवार होने से हादसा और भी गंभीर हो गया।
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यह हादसा चर गहवा पुल पर हुआ, जहां बस अचानक अनियंत्रित हो गई और पलट गई। बस पलटने के बाद चारों ओर चीख-पुकार मच गई। बस में सवार लोग बुरी तरह फंस गए और मौके पर भारी अफरातफरी मच गई। घायलों को तुरंत बढ़नी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी गई। अधिक गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को जिला अस्पताल और पंडित माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
इस हादसे में 3 लोगों की जान चली गई, जिनमें एक 14 वर्षीय बच्चा और 65 और 50 वर्ष के दो अन्य व्यक्ति शामिल हैं। मृतकों में खुरहुरिया निवासी मंगनी हरिजन की पहचान हुई है, जो साइकिल से यात्रा कर रहे थे और बस की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और एडिशनल एसपी ने मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्यों का निरीक्षण किया। हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कीं। घायलों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी और पंडित माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
प्रारंभिक जांच में बताया गया है कि बस अनियंत्रित होने के कारण यह हादसा हुआ। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है और घटना के कारणों की गहनता से जांच की जा रही है। बस में यात्री क्षमता से अधिक होने की बात सामने आई है, जो इस दुर्घटना का एक बड़ा कारण हो सकता है।
इस भीषण हादसे से पूरे सिद्धार्थनगर जिले में शोक की लहर फैल गई है। लोगों ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही न होने देने की बात कही है।
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।