लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एस0जी0पी0जी0आई0) में 1,147 करोड़ रुपये की लागत की 04 परियोजनाओं का लोकार्पण और 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए की गई ये नई पहलें दीपावली पर्व के उपहार स्वरूप बताई।
लोकार्पित परियोजनाओं में प्रमुख हैं:
एडवांस डायबिटिक सेन्टर: इस केन्द्र में डायबिटीज से संबंधित सभी रोगों का उपचार एक छत के नीचे किया जाएगा।
टेली-आईसीयू परियोजना: इससे राज्य के 06 मेडिकल कॉलेजों को जोड़ा जाएगा, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।
सलोनी हार्ट सेन्टर का प्रथम चरण: बच्चों में हृदय रोग के उपचार के लिए 36 बेड का पीडियाट्रिक सेन्टर शुरू किया गया है।
छात्रावास: कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के 200 छात्रों के लिए हॉस्टल की सुविधा प्रदान की गई है।
यह भी पढ़ें: यूपीनेडा के 736 करोड़ रुपए के 21 निवेश प्रस्तावों को योगी सरकार की स्वीकृति
शिलान्यास की गई परियोजनाओं में शामिल हैं:
एडवांस पीडियाट्रिक सेन्टर: 575 बेड का यह केन्द्र बच्चों की चिकित्सा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सलोनी हार्ट सेन्टर का द्वितीय चरण: इसमें 200 बेड की विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
रैन बसेरा: 51 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा, जिसमें 1000 तीमारदारों के रहने और सस्ते दर पर भोजन की व्यवस्था होगी।
चिकित्सा शिक्षा में सुधार
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 से पूर्व केवल 18 जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे, जबकि पिछले साढ़े सात वर्षों में यह संख्या बढ़कर 64 हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में एम0बी0बी0एस0 और पी0जी0 की सीटें पहले के मुकाबले दोगुनी से अधिक हो चुकी हैं, जिससे चिकित्सा शिक्षा का स्तर ऊंचा हुआ है।
उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि एडवांस पीडियाट्रिक सेन्टर में 22 विभागों द्वारा सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जो बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान करेंगी। इस सेन्टर में नवजात शिशुओं के लिए विशेष चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने टेली-आईसीयू के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह कोविड-19 के दौरान सफलतापूर्वक लागू की गई थी, और अब इसे अन्य जनपदों के मेडिकल कॉलेजों से भी जोड़ा जाएगा।
सीएम योगी ने इन परियोजनाओं को सामाजिक और धर्मार्थ संस्थाओं के सहयोग से आगे बढ़ाया गया बताया और आशा जताई कि इससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal