“उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर दलितों के बीच फूट डालने का आरोप लगाया है, जबकि अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। जानें इस राजनीतिक बयानबाजी का पूरा घटनाक्रम।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है। इस बीच बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों दल एक ही थाली के “चट्टे-बट्टे” हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये पार्टियां दलितों को बांटने और आरक्षण में विभाजन के जरिए कमजोर करने की साजिश रच रही हैं। मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस का उद्देश्य दलित समाज को विभाजित करना और उनके अधिकारों को कमजोर करना है। उन्होंने हरियाणा, तेलंगाना और कर्नाटक की सरकारों के आरक्षण के भीतर आरक्षण के फैसले को भी आलोचना की दृष्टि से देखा।
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भाजपा नेता की सनातन धर्म पर अपील
बस्ती से भाजपा के पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी ने दीपावली से पहले सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील की है कि कट्टरपंथियों से दूरी बनाए रखें और उनकी दुकानों से खरीदारी न करें। हरीश द्विवेदी वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और असम के प्रभारी हैं और उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदारों में भी शामिल हैं।
अखिलेश यादव का हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने यूपी पुलिस के प्रशासनिक हालात को लेकर सवाल उठाते हुए X (ट्विटर) पर लिखा, “यूपी पुलिस का ऐसा है हाल-बेहाल, पुलिस की FIR, पुलिस के खिलाफ।” उन्होंने पुलिस की कार्यशैली और बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई है, जिससे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा है।
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रिपोर्ट -मनोज शुक्ल
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