“वाराणसी के अन्नपूर्णा मंदिर में धनतेरस से अन्नकूट तक भक्तों पर खजाना लुटाया जा रहा है। विशेष प्रसाद में चांदी, पीतल, तांबे के सिक्के, धान के लावे के साथ स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दर्शन का सौभाग्य।“
वाराणसी । वाराणसी के अन्नपूर्णा मंदिर में धनतेरस से लेकर अन्नकूट तक का महोत्सव श्रद्धालुओं के लिए विशेष उत्सव लेकर आया है। बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन दान देने वाली मां अन्नपूर्णा यहां भक्तों पर खजाना लुटा रही हैं। मंगला आरती के बाद भक्तों को चांदी, पीतल और तांबे के सिक्कों के साथ धान के लावे का प्रसाद दिया जा रहा है, जो मंदिर की पुरानी परंपरा का हिस्सा है।
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धनतेरस के दिन 3:30 बजे अन्नपूर्णा मंदिर के स्वर्णमयी कक्ष के पट महंत और पुजारियों की उपस्थिति में विधि-विधान के साथ खोले गए। देवी को नए वस्त्र धारण कराए गए और मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए खजाना पूजन हुआ। जैसे ही कपाट खुले, मंदिर परिसर में माता के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं की एक किलोमीटर लंबी कतार लग गई।
इस चार दिवसीय आयोजन के दौरान मध्याह्न भोग, विशेष आरती और अन्नकूट का भोग भी शामिल होगा। आयोजन का समापन अन्नकूट की महाआरती के बाद होगा, जिसके बाद मंदिर के पट एक वर्ष के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
मुख्य बिंदु:
वाराणसी का अनोखा अन्नपूर्णा मंदिर – देश का एकमात्र मंदिर जहां भक्तों पर खजाना लुटाया जाता है।
स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का विशेष प्रसाद – चांदी, पीतल, और तांबे के सिक्के प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को दिए जा रहे हैं।
चार दिवसीय आयोजन – धनतेरस से लेकर अन्नकूट तक मां अन्नपूर्णा के दर्शन और पूजा का आयोजन।
“विश्ववार्ता परिवार की तरफ से आप सभी को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएँ”
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रिपोर्ट -मनोज शुक्ल