प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार की कई हजार करोड़ की विकास परियोजनाएं श्रद्धालुओं को एक भव्य अनुभव प्रदान करेंगी। योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से द्वादश माधव परिक्रमा सहित पौराणिक मंदिरों का पुनरुद्धार हुआ है।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महाकुंभ 2025 को दिव्यता, नव्यता, और भव्यता के साथ प्रस्तुत करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का कार्य जारी है, जिससे तीर्थराज प्रयागराज में श्रद्धालुओं को एक अनोखा अनुभव मिलेगा। स्थानीय पुरोहितों और तीर्थयात्रियों का मानना है कि इससे पहले कभी प्रयागराज में इतने व्यापक स्तर पर विकास कार्य नहीं हुए थे।
योगी सरकार के प्रयासों से पुनः शुरू हुई द्वादश माधव परिक्रमा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के अनुरोध पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 वर्षों से बंद पड़ी द्वादश माधव परिक्रमा को 2019 में कुंभ के दौरान फिर से शुरू करवाया। यह परिक्रमा 1991 से बंद थी और इसे लेकर पुरोहितों में निराशा थी। मुख्यमंत्री योगी ने इसे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में पुनर्जीवित कर महाकुंभ के महत्व को और अधिक बढ़ा दिया है।
प्रमुख धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान
योगी सरकार ने महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज के कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए भी एक व्यापक योजना बनाई है। अक्षयवट, सरस्वती कूप, पातालपुरी मंदिर, बड़े हनुमान मंदिर, नागवासुकी मंदिर, और श्रृंगवेरपुर धाम जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इन स्थलों पर करोड़ों रुपये खर्च कर योगी सरकार प्रयागराज के प्राचीन वैभव को पुनः स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। महाकुंभ के दौरान ये स्थल श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे।
महाकुंभ में आ रही नव्यता और दिव्यता
योगी सरकार का यह प्रयास महाकुंभ 2025 को न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थापित करने का है। हजारों करोड़ की इन विकास परियोजनाओं से प्रयागराज आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं को पौराणिक धरोहर और आध्यात्मिक वातावरण का अनोखा अनुभव मिलेगा।