“उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने वाराणसी के नमो घाट का भव्य उद्घाटन किया। उन्होंने काशी को सनातन धर्म का केंद्र बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तपस्या और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की।”
वाराणसी। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध ‘नमो घाट’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। उप राष्ट्रपति ने काशी को भारत के सनातन धर्म का केंद्र बताया और कहा कि यह धरती सभी को समाहित करने की ताकत रखती है।
योगी आदित्यनाथ को बताया ‘तपस्वी’
उप राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘तपस्वी’ कहा। उन्होंने कहा कि योगी जी ने अपनी लगन और निष्ठा से उत्तर प्रदेश को ‘उद्यम प्रदेश’ में बदल दिया है।
सनातन धर्म की विशिष्टता पर जोर
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ने न केवल आक्रमणकारियों को समाहित किया है, बल्कि यह एकता और दृढ़ता का संदेश देता है। उन्होंने त्योहारों की विशेषता को सामाजिक समरसता और सौहार्दपूर्ण संवाद का प्रतीक बताया।
2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य
उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत तीव्र गति से विकास की ओर बढ़ रहा है। 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य में हर भारतीय को योगदान देना होगा। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने पर बल दिया।
नमो घाट के उद्घाटन पर बोले धनखड़
उप राष्ट्रपति ने कहा कि काशी के ‘नमो घाट’ का उद्घाटन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। यह विश्व का सबसे बड़ा और सुंदर घाट है, जो काशी की संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है।
देव दीपावली का महत्व
कार्यक्रम के समापन में उन्होंने देव दीपावली को समाज के हर वर्ग को जोड़ने वाला उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव बदलते भारत की तस्वीर को दर्शाता है।
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