“गौतम अडानी को अमेरिका द्वारा धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप लगाए जाने के बाद केन्या ने 700 मिलियन डॉलर का करार रद्द कर दिया। एयरपोर्ट और बिजली परियोजनाओं के समझौते भी खत्म।”
नई दिल्ली। गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप को एक और बड़ा झटका लगा है। अमेरिका द्वारा धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के आरोप लगाए जाने के बाद केन्या की सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ 700 मिलियन डॉलर का करार रद्द कर दिया है।
इस समझौते के तहत अडानी ग्रुप को केन्या में एयरपोर्ट और बिजली परियोजनाओं पर काम करना था। हालांकि, केन्या सरकार ने इन सभी करारों को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब अडानी ग्रुप पहले से ही अंतरराष्ट्रीय आरोपों और जांच का सामना कर रहा है।
अमेरिका के आरोप
अमेरिका की एक संस्था ने अडानी ग्रुप पर रिश्वतखोरी और वित्तीय धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के चलते अडानी ग्रुप की छवि को भारी नुकसान पहुंचा है और इसके परिणामस्वरूप विभिन्न देशों में इसके समझौते प्रभावित हो रहे हैं।
केन्या सरकार का बयान
केन्या की सरकार ने कहा, “हम ऐसे किसी भी कंपनी या समूह के साथ काम नहीं कर सकते जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पारदर्शिता और नैतिकता का पालन न करे।”
अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह सभी दावे पूरी तरह से निराधार हैं और उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। समूह ने दावा किया कि वे कानूनी रूप से इन मामलों का सामना करेंगे।
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