Friday , November 29 2024
बिजली कर्मचारी छंटनी, यूपी बिजली कंपनियों का निजीकरण, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, दक्षिणांचल विद्युत निगम, यूपी पावर कार्पोरेशन पीपीपी मॉडल, यूपी बिजलीकर्मी विरोध, UP electricity employees layoff, UP power companies privatization, Purvanchal Vidyut Nigam, Dakshinanchal Vidyut Nigam, UPPCL PPP model, UP electricity employees protest, बिजली कंपनियों का निजीकरण, यूपी बिजली कर्मचारियों का भविष्य, पूर्वांचल-दक्षिणांचल निगम छंटनी, यूपी पावर कार्पोरेशन मॉडल, Privatization of power companies, future of UP electricity workers, layoffs in Purvanchal and Dakshinanchal, UPPCL privatization model,
यूपी बिजली कंपनियों का निजीकरण,

यूपी में 27,600 बिजलीकर्मियों की नौकरी पर संकट, निजीकरण की तैयारी तेज


यूपी में 27,600 बिजलीकर्मियों की नौकरी पर खतरा: निजीकरण की ओर कदम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने बिजली कंपनियों को चलाने के लिए पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर काम करने की योजना बनाई है। इसमें प्रदेश की दो बड़ी वितरण कंपनियों, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, को निजी क्षेत्र को सौंपने की तैयारी हो रही है।

इन दोनों निगमों में करीब 27,600 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनकी नौकरियों पर संकट गहराता नजर आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, निजीकरण के बाद अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी की संभावना है।

UPPCL ने इन कंपनियों में हो रहे वित्तीय घाटे का हवाला देते हुए निजीकरण का प्रस्ताव दिया है। सरकार का मानना है कि निजी क्षेत्र के आने से दक्षता बढ़ेगी और घाटा कम होगा। हालांकि, बिजलीकर्मियों का कहना है कि यह फैसला कर्मचारियों के भविष्य के लिए घातक साबित हो सकता है।

इस योजना के खिलाफ कर्मचारी संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि निजीकरण से न केवल नौकरियों पर असर पड़ेगा, बल्कि बिजली की दरों में भी बढ़ोतरी होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि निजीकरण से कंपनियों की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है, लेकिन इसके साथ कर्मचारियों की छंटनी और उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ जैसी चुनौतियां भी सामने आएंगी।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com