लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल होने आ रही महिला कांग्रेस (मध्य जोन) की निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती ममता चौधरी को यूपी पुलिस ने उनके समर्थकों समेत हिरासत में ले लिया। ममता चौधरी और उनके समर्थकों को खाला बाज़ार थाने ले जाया गया है।
कांग्रेस द्वारा आयोजित इस घेराव कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार की नीतियों और जनता से जुड़े मुद्दों पर सवाल उठाना था। ममता चौधरी ने इस कार्यक्रम में भाग लेने से पहले बयान दिया था कि सरकार जनता की समस्याओं पर ध्यान देने में असफल रही है और कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करती रहेगी।
पुलिस ने यह कार्रवाई कानून व्यवस्था बनाए रखने का हवाला देते हुए की। पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 144 लागू होने के बावजूद वे कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है।
ममता चौधरी ने अपनी गिरफ्तारी के बाद बयान देते हुए कहा, “सरकार जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। लेकिन कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम जनता के हक के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे।”
इस घटना के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने इसे सत्ता का दुरुपयोग करार दिया और कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने का काम कर रही है।
घटना के बाद खाला बाज़ार थाने के बाहर कांग्रेस समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है, जो ममता चौधरी और अन्य नेताओं की रिहाई की मांग कर रही है।
सरकार बनाम विपक्ष का टकराव:
उत्तर प्रदेश में यह घटना सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते टकराव को और गहरा कर सकती है। आगामी चुनावों को देखते हुए यह मामला और गर्माने की संभावना है।
अब देखना होगा कि कांग्रेस इस मुद्दे को किस तरह से आगे ले जाती है और सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।