लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया जाएगा। जापान की अग्रणी कंपनियों और यूपी सरकार के बीच सोमवार को एक महत्वपूर्ण समझौता (एमओयू) साइन होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जापान के यामानाशी प्रांत के गर्वनर कोतारो नागासाकी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
जापानी कंपनियां ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर में निवेश के साथ-साथ आगरा में ताजमहल के आसपास प्रदूषण कम करने के लिए भी काम करेंगी। यह समझौता पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
आगरा में ताजमहल के आसपास प्रदूषण नियंत्रण
जापानी प्रतिनिधिमंडल आगरा का दौरा करेगा और ताजमहल के आसपास प्रदूषण को कम करने के लिए रणनीति बनाएगा। इसके तहत ग्रीन एनर्जी के माध्यम से प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
निवेश और साझेदारी पर होगी चर्चा
जापान के यामानाशी प्रांत के गर्वनर कोतारो नागासाकी के नेतृत्व में आ रहा यह प्रतिनिधिमंडल निवेश के सभी पहलुओं पर चर्चा करेगा। इसके साथ ही अन्य परियोजनाओं में सहयोग की संभावनाओं पर भी बात होगी।
योगी सरकार की बड़ी पहल
उत्तर प्रदेश सरकार जापानी कंपनियों के साथ मिलकर ग्रीन हाइड्रोजन और रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित कर रही है। यह समझौता न केवल प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि पर्यावरण सुधार में भी अहम भूमिका निभाएगा।
उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम
यह समझौता प्रदेश में आर्थिक और पर्यावरणीय विकास के नए आयाम खोलेगा। ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में निवेश से उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है।