महाकुंभ इस बार सिर्फ आध्यात्मिक यात्रा नहीं, बल्कि न्याय, पारदर्शिता और अधिकारों के प्रति जागरूकता का भी संदेश देगा। 45 दिन तक जज, लोकायुक्त, सूचना आयुक्त और वकील श्रद्धालुओं के बीच रहेंगे, उन्हें उनके अधिकारों और न्याय के रास्ते से अवगत कराएंगे।
महाकुंभ इस बार न केवल आस्था और धार्मिक उत्सव का केंद्र बनेगा, बल्कि यह न्याय और जागरूकता का भी महाकुंभ होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर महाकुंभनगर में संगम की रेत पर न्याय का संदेश दिया जाएगा। इस दौरान जज, लोकायुक्त, सूचना आयुक्त और वकील 45 दिनों तक श्रद्धालुओं के बीच रहकर उन्हें उनके अधिकारों और न्याय के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी देंगे।
महाकुंभनगर के सेक्टर-23 स्थित न्यायाधीश कॉलोनी में 150 से ज्यादा कॉटेज बनाए जा रहे हैं, जहां इन सभी विशेषज्ञों की उपस्थिति होगी। मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी की जाएं, ताकि श्रद्धालु न सिर्फ आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करें, बल्कि अपने अधिकारों और न्याय की जानकारी भी हासिल कर सकें। इसके अलावा, निःशुल्क विधिक सहायता केंद्र और आरटीआई शिविर भी लगाए जा रहे हैं, जहां श्रद्धालु कानूनी सहायता ले सकेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ सूचना का अधिकार कैसे उपयोग करें, यह सीख सकेंगे।
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