“उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी महाकुंभ के लिए प्रयागराज को जोड़ने वाले 7 प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। 102 मोर्चों, 1026 पुलिसकर्मियों, ड्रोन और बम निरोधक दस्तों के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आगामी महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के अनुपालन में, प्रयागराज और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत, जनपद प्रयागराज को जोड़ने वाले 7 प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा प्रबंधों को और मजबूत किया गया है। इन मार्गों पर आने-जाने वाले वाहनों और व्यक्तियों की सघन चेकिंग और फ्रिस्किंग के लिए कुल 102 मोर्चे बनाए गए हैं। इन मोर्चों पर 1026 पुलिसकर्मियों, जिनमें 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 आरक्षी, और 76 महिला आरक्षी शामिल हैं, की तैनाती की गई है। इसके साथ ही 113 होमगार्ड / पीआरडी जवानों, 11 कम्पनी केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CAPF) और 15 कम्पनी पीएसी के जवान भी सुरक्षा में जुटे हैं।
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महाकुंभ में जल मार्ग की निगरानी के लिए एक कम्पनी और दो प्लाटून पीएसी तैनात की गई हैं। इसके अलावा, सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए 10 वज्र वाहन, 15 ड्रोन, 20 एंटी सबोटाज टीम (AS Check Team) और 5 बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड (BDDS) का भी गठन किया गया है। ये सभी एजेंसियां 24 घंटे इन मार्गों की निगरानी कर रही हैं, ताकि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई भी कमी न हो।
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम से महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षा की पूरी गारंटी मिलेगी और राज्य सरकार का उद्देश्य कुंभ मेले को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से आयोजित कराना है।
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