मऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह रविवार की सुबह 8 बजे जेल से रिहा हुए। वे वन देवी माता के दर्शन कर सीधे लखनऊ के लिए रवाना हो गए।19 जुलाई को मऊ में प्रेसवार्ता के दौरान दयाशंकर ने बसपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। मायावती ने 20 जुलाई को राज्यसभा में बयान पर कड़ा ऐतराज जताया था और जमकर हंगामा किया था। उसी दिन भारतीय जनता पार्टी ने श्री सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की कार्रवाई कर दी और अगले ही दिन यानी 21 जुलाई को लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी ने बयान के विरोध में बड़ा आंदोलन किया था।फिर बसपा और प्रशासन की ओर से दयाशंकर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। कुछ दिनों तक लुका-छिपी का खेल चलने के बाद 30 जुलाई को स्पेशल टास्क फोर्स व क्राइम ब्रांच ने श्री सिंह को बिहार प्रदेश के बक्सर में गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।मऊ जेल में बंद श्री सिंह को 6 अगस्त को जमानत मिल गयी थी, लेकिन कुछ कानूनी अड़चनों की वजह से वे जेल से बाहर नहीं आ सके थे। रविवार की सुबह यानी 7 अगस्त की सुबह 8 बजे श्री सिंह को जिला जेल से रिहा किया गया। यहां छूटने के बाद वे सीधे वन देवी मंदिर पहुंचे और मत्था टेकने के बाद लखनऊ के लिए रवाना हो गए।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर चुनौती का सामना करने को तैयार हूं।