लखनऊ। राजधानी लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान ने गुरूवार को मातृभूमि की रक्षा के लिए निःस्वार्थ त्याग एवं वीरतापूर्ण बलिदान के लिए जांबाज शहीद सैनिकों को नमन कर ‘इंफैन्ट्री दिवस’ मनाया।
इस दिन सेना के सिख रेजिमेन्ट की प्रथम बटालियन के पहले इंफैन्ट्री जवान ने पाकिस्तानी दुश्मनों से लड़ने के लिए कश्मीर घाटी की श्रीनगर एयर फील्ड में अपना पहला कदम रखा था।
मध्य कमान ने बताया कि इस अवसर पर सेनाध्यक्ष ले. जनरल बलवंत सिंह नेगी सहित वरिष्ठ सैन्यधिकारी एवं भूतपूर्व सैनिकों ने यहां के शहीद स्मारक ‘स्मृतिका’ पर माल्यार्पण कर शहीद जांबाज सैनिकों को याद किया।
इस अवसर पर ले. जनरल बीएस नेगी ने भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को सम्मानित किया तथा इंफैन्ट्री परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
बता दें कि 27 अक्टूबर न केवल इंफैन्ट्री के लिए ही बल्कि भारतीय सेना के लिए एक ऐतिहासिक एवं गौरवमयी दिन है। आज से 69 वर्ष पहले इसी दिन सेना के सिख रेजिमेन्ट की प्रथम बटालियन के पहले इंफैन्ट्री जवान ने पाकिस्तानी दुश्मनों से लड़ने के लिए कश्मीर घाटी की श्रीनगर एयर फील्ड में अपना पहला कदम रखा था।
इंफैन्ट्री ने अपने अदम्य साहस, निष्ठा और बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी पहली शानदार कार्रवाई में पाकिस्तानी दुश्मनों को खदेड़ते हुए कश्मीर घाटी को सुरक्षित रखा। देश की स्वतंत्रता के पश्चात यह सेना के लिए एक गौरवशाली उपलब्धि रही है। तभी से प्रति वर्ष 27 अक्टूबर को ‘इंफैन्ट्री दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
इंफैन्ट्री जिसे ‘बैटल आॅफ क्विन’ भी कहा जाता है, भारतीय सेना का एक शानदार अंग है जिसने अपने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देते हुए एक अहम् भूमिका निभाई है।
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