नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने शनिवार को एनडीटीवी इंडिया पर लगेएक दिन के बैन को उचित बताया। कहा कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिये से लिया गया है। श्री नायडू ने कहा, ”एक टीवी चैनल को एक दिन के लिए बंद करने की कार्रवाई देश की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है।’‘
श्री नायडू ने इस फैसले पर होने वाली आलोचना पर कहा, ‘पठानकोट हमले के दौरान लाइव कवरेज में नियमों के उल्लंघन को लेकर एनडीटीवी इंडिया के खिलाफ प्रस्तावित कार्रवाई की जो आलोचना हो रही है, वह आधी-अधूरी सूचना और राजनीति से प्रेरित है।’
गौरतलब है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 09 नवम्बर को रात बारह बजकर एक मिनट से 10 नवम्बर रात बारह बज कर एक मिनट तक एनडीटीवी इंडिया के प्रसारण पर एक दिन के लिए रोक लगाने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने पठानकोट हमले के दौरान चैनल द्वारा किए गए कवरेज पर आपत्ति जताते हुए सज़ा के तौर पर यह प्रतिबंध लगाया है।
एनडीटीवी ने मंत्रालय के इस निर्णय को स्तब्धकारी बताते हुए कहा कि उसके हिंदी चैनल ने आतंकी हमले के दौरान संवेदनशील सूचना सार्वजनिक नहीं की। एनडीटीवी ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि, ‘बेहद आश्चर्य की बात है कि एनडीटीवी को इस तरह एक मामले में अलग किया गया। जबकि सभी समाचार चैनलों और अखबारों की कवरेज एक जैसी ही थी।
वास्तविकता में एनडीटीवी की कवरेज विशेष रूप से संतुलित थी। आपातकाल के काले दिनों के बाद जब प्रेस को बेड़ियों में जकड़ लिया गया था, उसके बाद से एनडीटीवी पर इस तरह की कार्रवाई अपने आप में असाधारण घटना है। इसके मद्देनजर एनडीटीवी इस मामले में सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है।’
उधर वरिष्ठ पत्रकारों और समाचार संस्थानों ने एनडीटीवी इंडिया पर सरकार की ओर से लगाए गए एक दिन के बैन की कड़े शब्;दों में निंदा करते हुए इसकी तुलना इमरजेंसी की स्थिति से की है जब मूलभूत अधिकारों को खत्म कर दिया गया था और प्रेस की आजादी का दमन किया जा रहा था।