चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी ने पंजाब कैबिनेट द्वारा एसवाईएल की जमीन डीनोटीफाई करके किसानों को वापस करने के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि एसवाईएल के लिए किसानों की एक्वायर हुई जमीन को कानूनी तौर पर वापसी होनी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता ऐच.ऐस फूलका और सूबा कनवीनर गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने एसवाईएल सम्बन्धित एक्वायर जमीन किसानों को वापिस करने के लिए पंजाब कैबिनेट की तरफ से लिए गए फैसले पर बादल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब कैबिनेट का यह फैसला कैंसर को मरहम के साथ ठीक करने की कोशिश जैसा है।
उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बादल सरकार का जमीन वापिस करने का फैसला अपने आप में यह सिद्ध करता है कि प्रकाश सिंह बादल की तरफ से 38 साल पहले 1978 में लिया फैसला किसान विरोधी और गलत था।
उन्होंने कहा कि बादल को किसानों की जमीन वापस करने के साथ साथ मुआवजे के तौर पर गुडग़ांव में वह होटल जिस के लिए जमीन बादल के दोस्त देवीलाल ने पंजाब के पानियों का सौदा करने के बदले बादल को दी थी भी किसानों के नाम कर देना चाहिए।