लखनऊ। राजधानी में आज हुई पीसीएस एसोसिएशन की बैठक में सभी अधिकारियों ने मांग की कि जब तक आरोपित वकीलों को गिरफ्तार नहीं किया जाता वे सब हड़ताल पर रहेंगे।
प्रदेश भर में 1100 पीसीएस अधिकारी हैं। ऐसे में उनके हड़ताल पर जाने से सरकारी काम काज बहुत अधिक प्रभावित हो सकता है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को लखनऊ कचेहरी में पीसीएस संघ के महामंत्री अनिल सिंह के साथ वकीलों ने मारपीट की थी। इसके बाद वकीलों ने तीन वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ 300 रुपये लूटने की एफआईआर भी दर्ज करा दी।
हालांकि देर रात पुलिस ने इस एफआईआर को खत्म कर दिया था और लापरवाही के आरोप में एक दरोगा को निलम्बित भी कर दिया गया था। लेकिन घटना के बाद कल ही लखनऊ के सभी पीसीएस अधिकारी हड़ताल पर चले गए थे।
पीसीएस एसोसिएशन ने इस संबंध में आज लखनऊ में एक आपात बैठक बुलाई थी। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी नहीं होती है, वे काम पर नहीं लौटेंगे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस घटना के विरोध में प्रदेश भर के पीसीएस अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। आज की बैठक की अध्यक्षता पीसीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह ने की।
पीसीएस अधिकारियों ने शुक्रवार की घटना के संबंध में वकीलों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया है। उधर, लखनऊ बार एसोसिएशन ने भी घटना के बाद कार्य बहिष्कार का एलान कर दिया है।
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