मथुरा । जवाहरबाग के मास्टरमाइंड रामवृक्ष के छोटे बेटे विवेक स्वाधीन यादव को क्राइम ब्रांच ने आज जेल भेज दिया। दो दिन पहले ही हरिद्वार से रामवृक्ष की पत्नी, उसके दोनों बेटे और उनकी पत्नियों को पुलिस पकड़ कर मथुरा लाई थी।
विवेक पर सोशल मीडिया पर संगठन को संचालित करने के साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई नेताओं को धमकी भरे पत्र पोस्ट करने का आरोप हैं।
जवाहरबाग में दो जून को हिंसा में रामवृक्ष के मारे जाने की पुष्टि के लिए हाईकोर्ट की फटकार के बाद पुलिस रामवृक्ष की पत्नी, बेटे राजनारायण और विवेक, दोनों की पत्नियों को हरिद्वार से सोमवार को मथुरा लाई थी। राजनारायण को कोर्ट में पेश कर उसके डीएनए सैंपल लिए गए थे। दो दिन तक विवेक से क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की और आज चुपचाप उसे जेल भेज दिया। विवेक पर आरोप है कि वह जवाहरबाग में अपने पिता रामवृक्ष के साथ रहता था।
जवाहर बाग से ही वह सोशल मीडिया पर स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह संगठन और स्वाधीन भारत सुभाष सेना की गतिविधियों को संचालित करने के साथ ही साथ युवाओं को संगठन से जोड़ता था। उसने अपने जो फोटो पोस्ट किए, उसमें वह रायफल और कारतूस की पेटी लटकाए हुए था। इंस्पेक्टर सदर तस्नीम अहमद ने बताया कि जवाहरबाग हिंसा के मामले की जांच में विवेक का नाम सामने आया था। उसे क्राइम ब्रांच ने जयगुरुदेव से आश्रम से निकट से गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
रामवृक्ष के परिवार की डीएनए रिपोर्ट कब
इलाहाबाद हाईकोर्ट में मथुरा के जवाहरबाग कांड की सीबीआइ जांच की मांग में दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई जारी है। सुनवाई गुरुवार 19 जनवरी को भी होगी। कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि घटना के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव के परिवार के डीएनए रिपोर्ट कितने दिन में आएगी। रामवृक्ष की मौत को ही संदिग्ध बनाए जाने पर कोर्ट ने लाश व परिवार के सदस्यों का डीएनए रिपोर्ट मांगी है।
अश्वनी उपाध्याय की जनहित याचिका की सुनवाई कर रही मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले तथा न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की खंडपीठ इन तथ्यों पर विचार कर रही है कि क्या पुलिस ने सही जांच नहीं की। इसके चलते घटना की अन्य एजेंसी से जांच कराया जाना जरूरी है। मामले की सुनवाई जारी है।
शहीद एएसपी की पत्नी भी पहुंची हाईकोर्ट
जवाहरबाग कांड में शहीद एडीशनल एसपी मुकुल द्विवेदी की पत्नी अर्चना द्विवेदी भी हाईकोर्ट पहुंची हैं। उन्होंने मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर हस्तक्षेपीय याचिका दाखिल की है। इस चर्चित कांड की सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर पहले से ही छह याचिकाएं लंबित हैं। सभी दाखिल याचिकाओं पर हाईकोर्ट में न्यायाधीश डीबी भोसले व न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की डिवीजन बेंच में रोजाना सुनवाई हो रही है।