नई दिल्ली । दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने उत्तम नगर में सीवर लाइन के कामों के उद्घाटन के मौके पर एक बार फिर एमसीडी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा है।
केजरीवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में तो दिल्ली वालों ने 70 में 67 सीटें आम आदमी पार्टी (आप) को दी थी। ऐसे ही इस बार निगम में 272 में से 272 सीटें आप पार्टी को देनी हैं। उन्होंने कहा कि मैं वादा करता हूं कि निगम में आने के बाद दिल्ली को लंदन बना देंगे।
केजरीवाल ने कहा कि 20 साल से सत्ता में बैठी बीजेपी और कांग्रेस ने एमसीडी का बेड़ा गर्क कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि एमसीडी में आने के बाद वह दिल्ली को एक साल में लंदन बना देंगे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कई लोगों को लगता है कि दिल्ली में सफाई की जिम्मेदारी हमारी सरकार की है, तो मैं बता दूं कि सफाई की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की नहीं है। यह काम निगम में बैठे बीजेपी और कांग्रेस वालों का हैं। निगम के लिए इनको पिछले साल 2800 करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन यह सारा पैसा खा गए। दिल्ली में जगह-जगह गंदगी फैली रहती है।
केजरुद्दीन के छूटिये भक्त खुश. हा हा हा हा…. अरे भई चुनाव भी तो लड़ना है उसके लिये दिल्ली मे कौन रहेगा? सारे जीते हुए कॅंडिडेट तो चुनाव प्रचार मे जाएंगे फिर लन्दन कैसे बनेगा?
सीएम ने कहा कि दिल्ली में बहुत काम हो रहे हैं। जिसमें शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे ज्यादा काम हो रहा है। हमने मोहल्ला क्लीनिक खोले हैं। जिसमें लोगों का फ्री में इलाज होता है। इसकी पूरी दुनिया में चर्चा होती है।
सीएम ने कहा कि अमेरिका और यूरोप से लोग मोहल्ला क्लीनिक देखने आ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की तारीफ की है। 106 मोहल्ला क्लीनिक बन गए हैं। जल्द ही हर किलोमीटर पर दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक होगा।
केजरीवाल के मुताबिक पिछले हफ्ते दिल्ली सरकार ने बहुत बड़ी घोषणा की है। हम जब सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए जाते हैं और टेस्ट एक दो दिन में नहीं होता है तो आप प्राइवेट अस्पतालों में टेस्ट करा सकते हैं। इसका खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
ऐसे ही सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन की भी लंबी डेट मिलती थी। एक माह में अगर ऑपरेशन नहीं होता है तो ऑपरेशन प्राइवेट अस्पताल में होगा। जिसका पूरा पैसा दिल्ली सरकार देगी।
उन्होंने कहा शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बेकार हालत थी। सरकारी स्कूलों की हालत खराब थी। सरकारी स्कूलों की कायापलट हो गई है। सरकारी स्कूल के