नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के बवाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक वेद प्रकाश ने आज MLA पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को भेजे त्यागपत्र में इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया है। स्पीकर को उन्होंने इस्तीफा देने की सूचना देते हुए इसे 27 मार्च से ही प्रभावी मानकर स्वीकार करने का अनुरोध किया है।
इस्तीफा देने के तुरंत बाद वेद प्रकाश ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने कहा है कि केजरीवाल सरकार साल 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। वेद प्रकाश ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ विधायक पद से बल्कि उत्तरी जिले की जिला विकास समिति के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी नेतृत्व से आप के कम से कम 35 अन्य विधायकों के नाराज होने का दावा किया। ग्यात हो कि उनके इस्तीफे को अगले महीने राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले नगर निगम चुनाव के मद्देनजर आप के लिए बड़ा भुटका माना जा रहा है।
साथ ही इससे भाजपा को मिलने वाले एक लाभ के रूप में देखा जा रहा है। उन्हौंने कहा, पार्टी के पास पहले से ही विद्रोह करने वाले विधायकों की सूची है, जिसमें कर्नल देवेंद्र सेहरावत, पंकज पुष्कर और पूर्व मंत्री संदीप कुमार, आसिम अहमद खान एवं जितेन्द्र सिंह तोमर शामिल हैं।