लखनऊ । यूपी में फुल ऐक्शन में नजर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट का निरीक्षण किया।
योगी का गोमती रिवर फ्रंट का यह कार्यक्रम अचानक ही बना और वह डेप्युटी सीएम दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और स्वाति सिंह के साथ गोमती रिवर फ्रंट पहुंच गए।
वहां उन्होंने पूर्ववर्ती सीएम अखिलेश की महत्वाकांक्षी परियोजना गोमती रिवर फ्रंट का मुआयना किया। उन्होंने सूबे के आला अधिकारियों के साथ बातचीत कर जरूरी निर्देश दिए।
योगी ने अफसरों से मांगा 100 दिन का प्रायॉरिटी प्लान
सीएम योगी पूरे दल-बल के साथ गोमती किनारे पहुंचे और अफसरों से रिवर फ्रंट परियोजना की पूरी डीटेल मांगी। उन्होंने अफसरों से कहा कि वे प्रॉजेक्ट के एक-एक पैसे का पूरा हिसाब दें। योगी ने अफसरों के साथ करीब 40 मिनट तक बैठक की। अफसरों के जवाब से असंतुष्ट मुख्यमंत्री उनकी जमकर क्लास लेते नजर आए।
मुख्यमंत्री ने रिवर फ्रंट प्रॉजेक्ट के बजट पर सवाल उठाया और इसे बहुत ज्यादा बताया। उन्होंने अधिकारियों से नए सिरे से बजट का एस्टिमेट तैयार करने को कहा। गोमती नदी में एक भी नाला न गिरे इसके लिए अफसरों को निर्देश दिए। सीएम ने घूम-घूमकर परियोजना का बारीकी से निरीक्षण किया।
योगी ने 150 घंटे में धड़ाधड़ 50 फैसले
गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। परियोजना अभी भी अधूरी है।
अखिलेश ने अपने इस ड्रीम प्रॉजेक्ट के लिए करीब 1500 करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट बनाया था। अब तक इस पर करीब 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। गोमती रिवर फ्रंट परियोजना के तहत गोमती नदी के दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण हुआ है।
नदी किनारे जॉगिंग ट्रैक, साइकल ट्रैक और बच्चों के पार्क बनाए गए हैं। बच्चों के लिए डिज्नी ड्रीम शो, टॉरनेडो फाउंटेन्स, वॉटर थिअटर बनाए गए हैं।
इसके अलावा योग केंद्र, विवाह भवन और ओपन थिअटर का भी निर्माण किया गया है। गोमती के किनारे क्रिकेट और फुटबॉल स्टेडियम भी बनाया गया है। स्टेडियम का नाम टेनिस खिलाड़ी गौस मोहम्मद के नाम पर है।