लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने खाद्य प्रसंस्करण अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसी कार्य योजना बनाएं जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके।
श्री मौर्य ने प्रदेश के हिसाब से स्थापित इन यूनिटों पर कड़ा असंतोष जाहिर किया और कहा कि हर जिले में उसकी आवश्यकता को ध्यान में रखकर यूनिट स्थापित की जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो भी परियोजना बनाई जाए वह एक वर्ष में पूर्ण होनी चाहिए तथा ऐसे लोगों को भी चिन्ह्ति करें जो केवल सब्सिडी प्राप्त करने के लिए प्रोजेक्ट स्थापित करते हैं।
श्री मौर्य ने कहा कि ऐसी मण्डियों को चिन्हित किया जाए, जो उपयोगी साबित नहीं हो रही हैं, ऐसी मण्डियों को उपयोग अन्य कार्यों के लिए किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वो इस प्रकार से कार्य करें, जिससे लोगों में उत्साह पैदा हों।
हमें खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से एक करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना श्री मौर्य लोक निर्माण के सभागार में खाद्य प्रसंस्करण विभाग का प्रजेंटेशन देख रहे थे।
श्री मौर्य ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं अतः विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि लोगों को उनकी जानकारी हो सके और वे उनका लाभ लेने के लिए आगे आयें। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्ययोजना बनाएं कि हर चार जिले के बीच एक डेयरी की स्थापना हो सके।