नई दिल्ली । आतंकवादियों से मुठभेड़ में शरीर पर 9 गोलियां लगने और दो महीने तक कोमा में रहने के बाद CRPF के जांबाज कमांडेंट चेतन चीता अब बिल्कुल फिट हैं।
बुधवार को राजधानी के ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल सायेंसेज (AIIMS) से उन्हें छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें फिट डिक्लेयर करते हुए बताया कि चीता अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के चलते मौत के मुंह से लौट आए।
14 फरवरी को जम्मू और कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में चीता के बुरी तरह घायल हो जाने के बाद अब उनके स्वस्थ होकर घर लौटने को किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है।
45 वर्षीय चीता की पत्नी उमा सिंह ने भी बताया कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है और अब वह ठीक महसूस कर रहे हैं। उमा ने कहा, ‘मुझे अपने पति पर गर्व है कि वह मौत से लड़कर वापस आए हैं।’
उमा ने बताया कि चीता उन्हें रोज फोन किया करते थे लेकिन मुठभेड़ वाले दिन उन्होंने फोन नहीं किया जिससे उन्हें कुछ गलत होने का पूर्वाभास हुआ। उन्होंने कहा, ‘बाद में जब मैंने कंट्रोल रूम को फोन किया तो पता चला कि वह घायल हो गए हैं।’ चेतन चीता के 2 बच्चे हैं जो स्कूल में पढ़ रहे हैं।