लखनऊ। समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश की मौजूदगी में बिना नाम लिए शिवपाल सिंह यादव पर कार्रवाई करने के की मांग उठी। जिला व महानगर अध्यक्ष और राज्य कार्यकारिणी की बैठक में बकायदा राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि वरिष्ठ नेता द्वारा अलग पार्टी बनाने की बात करना अनुशासनहीनता है।
बैठक में सर्वसम्मति से अखिलेश के नेतृत्व पर आस्था जता कर साफ कर दिया गया कि पार्टी की कमान अब मुलायम को सौंपने की कोई आवश्यकता नहीं है। अखिलेश के नेतृत्व पर सभी को भरोसा है। इसीबीच अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने लोकसभा चुनाव 2019 का लक्ष्य रखकर अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल में हुई। बैठक में अखिलेश यादव के सक्षम नेतृत्व के प्रति आस्था जताते हुए सर्व सम्मति से समाजवादी पार्टी के विस्तार और भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरूद्ध संघर्ष का संकल्प लिया गया। बैठक में समाजवादी पार्टी को कमजोर करने की साजिशों की निंदा भी की गई।
राजपाल सिंह एडवोकेट द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में कहा गया है कि कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा अलग पार्टी बनाने जैसी बातों से अनुशासन हीनता फैलाने की कोशिशें की जा रही है जिससे पार्टी की छवि को भी गहरा धक्का लग रहा है। वहीं बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मैं जन्म से, कर्म और विचार से समाजवादी हूँ। समाजवादी सरकार ने कृषि क्षेत्र में सबसे ज्यादा काम किया है। समाजवाद का रास्ता सेक्यूलरिज्म का है। हमारा संघर्ष समानता और न्याय का है। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण लोकतांत्रिक राजनीति के लिए अभिशाप है। समाजवादी व्यवस्था में किसी के साथ भेदभाव का स्थान नहीं है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बात करने वाले भाजपाइयों ने चुनाव में अपव्यय की सारी सीमाएं तोड़ दी थी। भाजपा द्वारा जनता को धोखा देने का क्रम आज भी जारी है। कानून व्यवस्था के बारे में भाजपा सरकार को जवाब देना होगा। राज्य में बलात्कार, हत्याओं और लूट की वारदातों में वृद्धि हुई है। केंद्र को भी अपने विकास का ब्यौरा देना होगा। उन्होंने कहा भाजपा सत्ता का दुरूपयोग न करे। अहंकार ठीक नहीं है। लोकतंत्र में चक्र घूमता रहता है। यह बात सभी को ध्यान में रखना होगी। कहा कि समाजवादी पार्टी आगामी नगर निकाय के चुनावों में भाग लेगी।
सदस्यता अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाया जायेगा। मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि बैठक में पार्टी के जिला/महानगर अध्यक्षों ने बताया कि विधानसभा चुनावों में ईवीएम मशीनों की गड़बड़ी, वरिष्ठ नेताओं द्वारा अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध के फलस्वरूप नुकसान हुआ। अगला 2019 का लोकसभा चुनाव में बैलट परेपर का इस्तेमाल किए जाने की मांग की गई।
भाजपा ने लोकतंत्र के विरूद्ध साजिश की है। राजपाल सिंह एडवोकेट द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में कहा अखिलेश यादव ने जिस निष्ठा एवं ईमानदारी से समाजवादी सरकार का नेतृत्व किया है उसी तरह से समाजवादी सिद्धांतों एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान के लिए भी उनका नेतृत्व सक्षम है। समाजवादी पार्टी श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में एकजुट है। बैठक में आज सर्वश्री राम गोविंद चैधरी (नेता प्रतिपक्ष), अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, बलराम यादव, एसआरएस यादव, अरविंद कुमार सिंह, राजकुमार मिश्र, (कोषाध्यक्ष) अभिषेक मिश्रा, डा. मधु गुप्ता, कर्नल सत्यवीर सिंह, राजपाल सिंह, डा. फिदा हुसैन अंसारी, हरिद्वार दूबे, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।