जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी को दिल्ली ले जाने की बात कह कर भाजपा विरोधी प्रस्तावित फेडरल फ्रंट को और अधिक बल दे दिया है। शुक्रवार को राज्य सचिवालय नवान्न में ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद अब्दुल्ला ने कहा, ‘हम ममता को राष्ट्रीय राजधानी में ले जाएंगे ताकि वे पूरे देश के लिए बंगाल में किए गए काम को दोहरा सकें। यह पूछे जाने पर कि फेडरल फ्रंट की ओर से पीएम पद का दावेदार कौन होगा? अबदुल्ला ने कहा कि हमें अभी इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि लोकसभा चुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है।
गौरतलब है कि भाजपा विरोधी दलों की ओर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना नेता स्वीकार करने के बाद प्रस्तावित फेडरल फ्रंट के प्रति क्षेत्रीय दलों का झुकाव बढऩे लगा है। इससे पहले टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव भी नवान्न में ममता से मुलाकात करने पहुंचे थे जबकि दिल्ली दौरे में ममता कई क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों से फेडरल फ्रंट को लेकर मुलाकात करती रही हैं। ऐसे में अब्दुल्ला के बयान ने ममता बनर्जी के फेडरल फ्रंट की कवायद को और अधिक बल देने का काम किया है।
मिलती-जुलती है हमारी विचारधारा
यह पूछे जाने पर कि क्या वे गठबंधन को तैयार हैं? अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और तृणमूल की विचारधारा काफी मिलती-जुलती है। दोनों ही दल देश की जनता की भलाई, अल्पसंख्यों और दलितों के हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमने अभी गठबंधन के बारे में कोई फैसला नहीं किया है। अभी हम समान विचारधारा वाले दलों से मुलाकात कर रहे हैं। हम सब एक होकर लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा को मात देंगे। हम हर उस पार्टी को अपने साथ शामिल करेंगे जो भाजपा के खिलाफ हैं।
दीदी हैं वरिष्ठ नेता
ममता बनर्जी के संदर्भ में अब्दुल्ला ने कहा कि सभी नेताओं में दीदी वरिष्ठ नेता हैं। राजनीति में उनका अनुभव भी अच्छा है और उनके खाते में जनता के हित में किए गए तमाम ऐसे काम हैं जो उनकी उपलब्धि माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि केवल लोकसभा चुनाव ही मसला नहीं है। ममता हमेशा कश्मीर को लेकर चिंता करती हैं। हमने मुलाकात में जम्मू-काश्मीर से लेकर देश की वर्तमान परिस्थितियों और अल्पसंख्यकों में बढ़ रहे डर पर चर्चा की।