भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मेहमान बने और सिद्धू ने उन्हें एक खास तोहफा दिया। सिद्धू ने इस मौके पर अटल बिहारी वाजपेयी की बात भी दोहराई।
पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली है। 18 अगस्त को इस्लामाबाद में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर व पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू 17 अगस्त को पाकिस्तान पहुंचे। वे भारत के गुडविल एंबेसडर के तौर पर पाकिस्तान के लिए ‘प्यार का संदेश’ लेकर गए हैं।
नीले सूट के साथ गुलाबी पगड़ी पहनकर नवजोत सिद्धू ने इस शपथ ग्रहण में समारोह में शिरकत की। वहीं पाकिस्तान पहुंचते ही सिद्धू ने मीडिया से बातचीत में अपना चिरपरिचित शेरो-शायरी वाला अंदाज दिखाया। उन्होंने एक कविता पढ़ते हुए ‘हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे’ का नारा लगाया।
वाजपेयी की बात दोहराई
सिद्धू ने भारत-पाक के बीच अच्छे संबंधों की वकालत करते हुए वीरवार को दिवंगत हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया और कहा कि वे भी दोनों देशों के बीच शांति की बात करते थे। सिद्धू ने वाजपेयी की कही बात दोहराई, यदि एक पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो हम भी उसकी आंच महसूस करते हैं।
इमरान के लिए लाए हैं कश्मीरी शॉल
इमरान के पीएम चुने जाने के साथ ही पाक के लोकतंत्र में ‘बदलाव’ का स्वागत करते हुए सिद्धू ने कहा, इससे दो पड़ोसियों के बीच शांति प्रयास सामने आने चाहिए। उनसे जब इमरान के लिए तोहफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं खान साहब के लिए कश्मीरी शॉल लाया हूं।
राजनेता नहीं दोस्त के रूप में आया हूं
सिद्धू के पास 15 दिन का वीजा है। उन्होंने मीडिया से कहा, मैं यहां एक राजनेता के तौर पर नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं। मैं यहां अपने दोस्त की खुशियों का हिस्सा बनने आया हूं। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ी और कलाकार दोनों तरफ के लोगों को करीब लाने में सहायक होंगे। बता दें कि इमरान ने गावस्कर और कपिल देव को भी निजी आमंत्रण भेजा था, पर इन दोनों ने व्यस्तता के आधार पर न्योता ठुकरा दिया था।
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