हरिद्वार। भारतरत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश रविवार को हरकी पौड़ी में विसर्जित की जायेगी। इससे पूर्व राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले वाजपेयी का अस्थिकलश गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के संस्थापकद्बय युगऋषि पं.श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा की पावन समाधि स्थल के पास रखा जायेगा। जहाँ उन्हें गायत्री साधक एवं वाजपेयी को चाहने वाले, गढ़वाल से आने वाले नागरिक तथा अन्य परिजन पुष्पांजलि अर्पित कर सकेंगे।
राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, जिलाधिकारी दीपक रावत आदि ने शांतिकुंज पहुँच गायत्री परिवार के प्रमुखद्बय डॉ. प्रणव पण्ड्या से भेंट कर कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की।
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि व्यक्तित्व के धनी स्व. वाजपेयी जी राजनीति में रहते हुए भी उससे ऊपर थे। वे दूरदर्शी थे। समाज और राष्ट्र उनके लिए सबसे ऊपर था। कई बार उनसे हमारी मुलाकात हुई। वे कहते थे कि डॉ. साहब भारत को अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए अभी बहुत कुछ करना है, प्रत्येक भारतवासी मिलकर तन, मन, धन से कार्य करेंगे, देश को आगे बढ़ाया जा सकता है।
अजातशत्रु वाजपेयी जी का अस्थि कलश प्रात: 11 बजे शांतिकुंज पहुँचेगा, जहाँ लोग उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके पश्चात उनके परिवारजन अस्थि कलश लेकर हरकी पौड़ी के लिए प्रस्थान होंगे एवं 12.30 से 13.30 तक विसर्जन क्रम हरकी पैड़ी पर होगा।
इस सम्बन्ध में तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत शनिवार को यहां पहुंचे। उन्होने वाजपेयी की अस्थिकलश यात्रा के लिए समुचित प्रबन्ध करपे के निर्देश दिये। प्रशासनिक सूत्रो के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह सहित कई बड़े नेता इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपने प्रिय नेता को अंतिम श्रद्बाजंलि अर्पित करेगें। कलश यात्रा कल अपराहन्न11 बजे शुरू होगी।