दिल्ली विश्वविद्यालय में बीते माह छात्रसंघ अध्यक्ष बने अंकिव बसोया की फर्जी डिग्री का मामला फिर गरमा गया है। तमिलनाडु उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को जारी पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। पत्र में थिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय द्वारा अंकिव की बीए की डिग्री को फर्जी बताया गया है। पत्र में कहा गया है कि अंकिव ने उनके विश्वविद्यालय या उनसे संबद्ध किसी भी संस्थान में दाखिला नहीं लिया है। इस तरह से वह विश्वविद्यालय का छात्र नहीं है। यह पत्र 3 अक्टूबर को जारी किया गया है।
मालूम हो कि इससे पहले भी अंकिव की डिग्री फर्जी होने की बात सामने आई थी। इस संबंध में डीयू के बुद्धिस्ट स्टडी डिपार्टमेंट की ओर से थिरुवल्लुवर विवि को स्थिति स्पष्ट करने के लिए पत्र लिखा जा चुका है। अब इस मामले में एनएसयूआई एक्टिव मोड में आ गई है। एनएसयूआई का कहना है कि एक बार पहले भी डूसू अध्यक्ष की डिग्री को विवि ने फर्जी बताया था।
अब दूसरी बार विश्वविद्यालय ने उनकी डिग्री को फर्जी बताया है। ऐसे में अंकिव को अब गिरफ्तार किया जाना चाहिए। एनएसयूआई ने दूसरे स्थान पर रहने वाले सन्नी छिल्लर को डूसू अध्यक्ष घोषित किए जाने की मांग की है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव साइमन फारुकी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि डीयू प्रशासन इस मामले में कार्रवाई करने में जानबूझकर देरी कर रहा है।