समाजवादी सेकुलर मोर्चा का विस्तार करने में जुटे शिवपाल सिंह यादव पर योगी सरकार ने दरियादिली दिखाई है। शिवपाल को 6, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित बंगला आवंटित किया गया है। खास बात है कि यह बंगला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नाम पर रह चुका है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसे खाली कराया गया था।
बंगला खाली करने के बाद मायावती इसी से सटे अपने दूसरे बंगले में शिफ्ट हो गई हैं। शुक्रवार को राज्य संपत्ति विभाग ने शिवपाल के नाम ये बंगला आवंटित कर दिया।
बंगले का उपयोग समाजवादी सेकुलर मोर्चा के कैंप कार्यालय के रूप में किया जा सकता है। शिवपाल सिंह यादव अभी विक्रमादित्य मार्ग के अपने निजी आवास से ही पार्टी की गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। पिछले दिनों संगठन का विस्तार कर अधिकतर मंडलों में प्रभारी, जिलाध्यक्ष और फ्रंटल अध्यक्षों की घोषणा की गई। लखनऊ में उनके रहने पर कार्यकर्ताओं की खासी भीड़ जुट रही है। ऐसे में मोर्चा के कामकाज के लिए उन्हें नए ठिकाने की तलाश थी जो अब पूरी हो गई।
राज्य संपत्ति विभाग के इस फैसले को सियासी नजरिये से भी देखा जा रहा है। योगी सरकार शिवपाल पर मेहरबानी कर गठबंधन को कमजोर करने का सपना देख रही है। शिवपाल ने पहले ही प्रदेश की सभी सीटों पर मोर्चा के प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है। कहा जा रहा है कि अगर वह ऐसा करते हैं तो इसका सीधा नुकसान सपा को हो सकता है।