“लखनऊ में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में कृषि स्थायी समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें सदस्यों ने कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए विभिन्न सुझाव दिए। मंत्री ने आगामी योजनाओं में इन सुझावों को शामिल करने का आश्वासन दिया।”
लखनऊ: प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में कृषि स्थायी समिति की बैठक बुधवार को विधानसभा के सभागार में संपन्न हुई। इस बैठक में समिति के सदस्य और जनप्रतिनिधियों ने कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिन्हें कृषि मंत्री ने स्वागत योग्य बताया।
बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने प्रदेश में विभिन्न कृषि कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी दी। इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वेदर इन्फारमेशन नेटवर्क डाटा सिस्टम (विंड्स), एग्रीस्टैक योजना, और फार्मर रजिस्ट्री अभियान शामिल थे। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की जा रही है और बीजों पर दी जाने वाली सब्सिडी अब सीधे किसानों को प्रदान की जा रही है, जिससे उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ता।
इसके अलावा, कृषि मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान के अंतर्गत सोलर पंप स्थापित करने के कार्य में प्रगति हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि खेत तालाब योजना के तहत अब तक 1428 तालाब बनाए जा चुके हैं और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 54 जनपदों में परंपरागत कृषि विकास योजना संचालित की जा रही है।
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बैठक में समिति के सदस्यों ने मंडी परिषद की सड़कों की गुणवत्ता में सुधार, निराश्रित गोवंश के आश्रय स्थलों की स्थिति सुधारने, पराली प्रबंधन को किसानों के लिए लाभकारी बनाने और कृषि विभाग के कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सुझाव दिए। कृषि मंत्री ने इन सभी सुझावों को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि इन्हें आगामी योजनाओं में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में कृषि मंत्री के साथ स्थाई समिति के सदस्य बाबूलाल आगरा, जवाहर लाल राजपूत झांसी, राजेन्द्र सिंह पटेल फतेहपुर, राजीव सिंह बदायूं, और कृषि विभाग के प्रमुख सचिव और उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे।
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