स्वीडन की फिनटेक कंपनी Klarna ने जब AI पर भरोसा करते हुए 700 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी, तब शायद उसने अंदाज़ा नहीं लगाया था कि यह कदम उसे भारी नुकसान पहुंचाएगा। कंपनी ने 2022 में लागत में कटौती के लिए मानव संसाधन की जगह एआई टूल्स का प्रयोग शुरू किया। इस निर्णय का उद्देश्य संचालन को अधिक दक्ष और सस्ता बनाना था। लेकिन इसका उल्टा असर पड़ा।
कंपनी के अनुसार, AI पर भरोसा करने से कार्यक्षमता में निरंतर गिरावट देखने को मिली। ग्राहक अनुभव पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे ब्रांड की विश्वसनीयता कम हुई। कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट के मुताबिक, इन बदलावों के चलते उसे करीब 40 अरब डॉलर का घाटा उठाना पड़ा है।
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अब Klarna ने अपनी गलती मानी है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह एक बार फिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू कर रही है। विशेषकर वे प्रतिभाएं प्राथमिकता पर हैं जो केवल मानवों में पाई जाती हैं—जैसे रचनात्मक सोच, गहन विश्लेषण और भावनात्मक बुद्धिमत्ता।
फिनटेक विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक का उपयोग तभी फायदेमंद होता है जब वह इंसानी क्षमताओं के पूरक रूप में किया जाए। Klarna का यह अनुभव उन सभी कंपनियों के लिए चेतावनी है जो सिर्फ लागत कम करने के लिए एआई को अपनाने की जल्दी में हैं।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि एआई जहां कई कार्यों को तेज और सटीक बना सकता है, वहीं कुछ भूमिकाओं में इंसानी समझ और भावनात्मक जुड़ाव का कोई विकल्प नहीं हो सकता।
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