“समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को भाजपा की सोची-समझी रणनीति बताया, संसद में उठाने की बात कही। साथ ही बांग्लादेश मुद्दे पर भारत सरकार को घेरा।”
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने के बाद से उनकी पार्टी ने संभल घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश की है, लेकिन सदन नहीं चला। फिर भी उनकी मांग अब भी वही है, वे संभल हिंसा पर अपनी बात सदन में रखना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि संभल की घटना में भाजपा के कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे अधिकारियों का हाथ है। उन्होंने कहा कि यह घटना एक सोची-समझी भाजपा रणनीति का हिस्सा है, जिससे लोगों को अन्य मुद्दों से भटकाया जा सके।
इसके साथ ही, अखिलेश ने कहा कि जो लोग हर जगह खुदाई करने की कोशिश कर रहे हैं, वे एक दिन देश की सौहार्द्रता और भाईचारे को खो देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यह देश के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
बांग्लादेश मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “भारत सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए। अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते, तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा कैसे कर सकते हैं?”
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मस्जिदों के सर्वे के जरिए देशभर में अशांति फैलाने की साजिश की जा रही है और सुप्रीम कोर्ट को इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसे आदेश देने वाले जजों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
इस बयान से साफ जाहिर होता है कि समाजवादी पार्टी भाजपा और केंद्र सरकार को अपनी नितियों और रणनीतियों को लेकर घेरे हुए है।
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