समाजवादी पार्टी। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भाजपा की नीतियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये नीतियां नौजवानों के भविष्य को अंधकार में धकेल रही हैं। उन्होंने लखनऊ में युवा संगठनों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा महंगी हो गई है और शिक्षित बेरोजगारी भाजपा सरकार में विकराल रूप ले चुकी है।
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श्री यादव ने 2022 के विधानसभा चुनावों में जनादेश की अनदेखी कर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा की साजिशों के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है और 2027 में समाजवादी सरकार बनाने का संकल्प लेना होगा।
बैठक में मौजूद युवाओं ने भी एकजुटता से संकल्प लिया कि समाजवादी सरकार बनाने में कोई चूक नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में युवाओं की समस्याओं का समाधान संभव नहीं है और समाजवादी पार्टी ही प्रदेश में प्रगति और खुशहाली ला सकती है।
श्री यादव ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है। भर्तियों में पेपर लीक की घटनाएं बढ़ रही हैं, जबकि निवेश की बड़ी-बड़ी बातें करने के बावजूद कोई वास्तविक निवेश नहीं आया। उन्होंने निर्दोष युवाओं को फर्जी मुकदमों में फंसाने और एनकाउंटर के माध्यम से हत्या करने की घटनाओं की निंदा की।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीयत में खोट है और वे विशेष रूप से पीडीए के युवाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी का विकास कार्य भाजपा से कहीं बेहतर है, उन्होंने उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के कार्यों की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे गाजियाबाद में एलिवेटेड रोड, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इकाना क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया।
इसके अलावा, श्री यादव ने कहा कि चिकित्सा, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क की गई थीं और किसानों के उत्पाद के लिए मंडी की व्यवस्था भी समाजवादी सरकार में ही हुई थी।
उनका यह बयान भाजपा के खिलाफ उठे सवालों को और गहरा करता है, और यह दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी आने वाले चुनावों में एक मजबूत चुनौती पेश करने के लिए तैयार है।