वाराणसी। फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स (कार्यालय सहायक निबंधक, फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स) के कार्यालय हुकुलगंज में बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने क्लर्क अरविंद कुमार गुप्ता को घुस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। क्लर्क ने संगठनों के पंजीकरण नवीनीकरण के लिए चार हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग में किया। बीते मंगलवार (10 सितम्बर) को डॉ संजय सिंह गौतम ने भी एंटी करप्शन कार्यालय पहुंच कर लिपिक की शिकायत की।
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पीड़ित ने बताया कि नवीनीकरण की जो भी प्रकिया थी। उसने पूरा किया। इसका शुल्क भी जमा है। इसके बाद सर्टिफिकेट देने के नाम पर रिश्वत मांगा जा रहा है। इसके बाद टीम ने तय रणनीति के तहत संजय सिंह को क्लर्क के पास नोटों में विशेष केमिकल लगाकर भेजा। टीम के सदस्य भी कार्यालय में पीड़ित के पीछे-पीछे पहुंचे। डॉ संजय ने जैसे ही क्लर्क को पैसा दिया एंटी करप्शन टीम ने उसे दबोच लिया। यह देख कार्यालय में हड़कम्प मच गया। इस दौरान आरोपी लिपिक अरविंद गुप्ता ने भागने की भी पूरी कोशिश की। लेकिन एक सिपाही ने आरोपी को दौड़ाकर पकड़ लिया। टीम आरोपी को लेकर थाने पहुंची। बताया कि आरोपी क्लर्क इसके पहले भी गोरखपुर में वर्ष 2008 में रिश्वत लेते पकड़ा जा चुका है।