“बहराइच के मेडिकल कॉलेज में 6 वर्षों से हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई है। इस कारण हृदय रोगियों को जिला अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है। शासन से विशेषज्ञ की तैनाती की अपील की गई है।”
बहराइच: जिले के मेडिकल कॉलेज में पिछले छह वर्षों से हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हो पाई है। इस कमी के कारण जिले में बढ़ते हृदय रोगियों की संख्या को देखते हुए उन्हें इलाज में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाता है, और ऐसे में मरीजों को जिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ के न होने से कठिनाई होती है।
जिला अस्पताल के प्राचार्य ने इस स्थिति को लेकर शासन को पत्र भी लिखा है, जिसमें हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती की मांग की गई है। हालांकि, फिलहाल जिले में हृदय रोग विशेषज्ञ की कमी के चलते मरीजों का इलाज फिजिशियन या अन्य डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है, जो कि सही परिणाम नहीं दे पा रहा है। इसके कारण कई मरीजों को गंभीर स्थिति में लखनऊ रेफर किया जाता है, और कई बार जान भी चली जाती है।
यह भी पढ़ें: लोकसभा में धक्का-मुक्की, भाजपा सांसद घायल, पीएम मोदी ने ली जानकारी
इससे पहले जिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मलय श्रीवास्तव की तैनाती थी, लेकिन मेडिकल कॉलेज में तब्दील होने के बाद उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया था। तब से लेकर अब तक जिले में हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हो पाई है। मरीजों को अब प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है, जहां इलाज की फीस भी काफी अधिक है। गरीब मरीज इलाज के खर्चे के बारे में सोचते हैं और कई बार इलाज से वंचित रह जाते हैं।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शासन को विशेषज्ञ की तैनाती के लिए पत्र लिखा है और जल्द ही इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।